101. दो श्रेणी मोटर यांत्रिक रूप परस्पर युग्मित है। एक मशीन जनरेटर की भांति तथा दूसरी मोटर की भांति प्रचालित है। दोनों मशीनों में लोह एवं घर्षण हानियाँ समान होंगी जब
(A) दोनों की गति समान होगी
(B) दोनों की गति एवं उत्तेजन समान होंगे
(C) दोनों की गति व विरोधी वि.वा. बल समान होंगे
उत्तर C
102. एक अर्न्तध्रुवीय (Interpole) वाली शण्ट मोटर की गति की दिशा बदलने के समय आर्मेचर में प्रवाहित धारा की दिशा परिवर्तित की गई परन्तु इंटरपोल में प्रवाहित धारा की दिशा नहीं परिवर्तित की गई तब
(A) मोटर की घूर्णन की दिशा बिना किसी बाधा के परिवर्तित हो जायेगी
(B) घूर्णन की दिशा अपरिवर्तित रहेगी
(C) घूर्णन की दिशा बदल जायेगी, परन्तु ब्रुशों पर स्फुलिंग (Sparking) होगी एवं मोटर गरम होकर चलेगी
(D) मोटर रुक जायेगी
उत्तर C
103. डी.सी. मोटर में भार बढ़ने पर गति
(A) बहुत कम हो जाती है
(B) बहुत अधिक हो जाती है
(C) लगभग अप्रभावित रहती है।
(D) मोटर रुक जाती है
उत्तर C
104. डी.सी. मोटर में आर्मेचर को घुमाने में प्रयुक्त शक्ति -
(A) VIa
(B)I2Ra
(C) VIa - Epla
(D) Eb la
उत्तर D
106. एक 24 B.H.P. क्षमता की मोटर 100 W पर 350 A धारा लेती है। मोटर की दक्षता
(A) 55%
(B) 45%
(C) 66%
(D) 95.9%
उत्तर A
107. एक तरंग कुण्डलित 6 ध्रुव 220 V शण्ट मोटर के आर्मेचर में 116 वर्तन है। आर्मेचर प्रतिरोध 0.25 52 है। आर्मेचर में 12 A धारा प्रवाहित होने पर विरोधी वि.वा. बल
(A) 220V
(B) 217 V
(C) 237V
(D) 300 V
उत्तर B
109. मोटर का बलाघूर्ण (Torque) -
(A) रोटर पर कार्य करने वाला बल न्यून मीटर में है
(B) किलोवाट में इलैक्ट्रिकल पावर है।
(C) मोटर द्वारा ड्राइव किये गये लोड को दी गयी पावर है
(D) रोटर पर स्पर्शीय बल (Tangential Force) तथा त्रिज्या (Radius) के गुणनफल के बराबर है।
उत्तर D
110, इलैक्ट्रिकन मोटर में आऊटपुट पावर
(A) आर्मेचर से प्राप्त होती है।
(B) शाफ्ट पर लगी कपलिंग से प्राप्त होती है
(C) चालकों से प्राप्त होती है
(D) ध्रुवों (poles) से प्राप्त होती है
उत्तर B
111, मोटर की नेम प्लेट (Name Plate) पर दर्शायी गयी पावर
(A) शाफ्ट पर प्राप्त आऊटपुट पावर होती है।
(B) KVA में ली गयी पावर होती है।
(C) KW में ली गयी पावर होती है।
(D) ग्रॉस पावर (Gross Power) पावर होती है
उत्तर A
112. डी.सी. मोटर को स्टार्ट करने के लिये स्टार्टर आवश्यक है क्योंकि
(A) यह मोटर को स्टार्ट करता है।
(B) यह मोटर की गति को सीमित करता है
(C) यह मोटर के बैक e.m.f. को सुरक्षित मान (Safe value) पर रखता है
(D) यह मोटर की स्टार्टिट धारा को सुरक्षित मान (Safe value) पर रखता है।
उत्तर C
113, डी.सी. मोटर के परिभ्रमण की दिशा विपरीत (Reverse) की जा सकती है
(A) आर्मेचर कनैक्शन रिवर्स कर
(B) आर्मेचर तथा फील्ड कनैक्शन बदलकर
(C) फील्ड सर्किट में प्रतिरोध लगाकर
(D) सप्लाई कनैक्शन रिवर्स कर
उत्तर A
114. डी.सी. मोटर्स के आर्मेचर को लैमिनेट (Laminate) करने का उद्देश्य है
(A) भंवर धारा हानियों को कम करना
(B) हिस्टेरेसिस हानियों को कम करना
(C) आर्मेचर की प्रेरकता (Inductivity) कम
(D) आर्मेचर का भार कम करना करना
उत्तर A
115. डी.सी. मोटर स्टार्ट करते समय बाह्य प्रतिरोध कनैक्ट करने का सबसे अधिक उपयुक्त स्थान
(A) क्षेत्र परिपथ
(B) आर्मेचर परिपथ में श्रेणी क्रम में
(C) सप्लाई परिपथ
(D) आर्मेचर के समान्तर क्रम में
उत्तर B
116. एक डी.सी. मोटर किसी भार को वहन कर रही है। यदि भार वाहन करते समय क्षेत्र कुण्डलन खुल जाये तब -
(A) मोटर की गति कम हो जायेगी परन्तु भार वाहन करती रहेगी
(B) मोटर रुक जायेगी
(C) मोटर जल जायेगी
उत्तर B
117. डी.सी. शंट की स्पीड, फुल लोड स्पीड से अधिक बढ़ाने के लिये -
(A) आर्मेचर धारा को बढ़ाया जाता है
(B) आर्मेचर धारा को कम किया जाता है।
(C) फील्ड धारा को बढ़ाया जाता है
(D) फील्ड धारा को कम किया जाता है
उत्तर D
118. डी.सी. शंट मोटर की गति बढ़ने पर बैक e.m.f. -
(A) घटता है
(B) बढ़ता है
(C) स्थिर रहता है
(D) पहले बढ़ता है फिर घटता है
उत्तर b
119. डी.सी. मोटर के कन्डक्टर्स में
(A) ac धारा प्रवाहित होती है
(B) de धारा प्रवाहित होती है।
(C) dc तथा ac दोनों प्रवाहित होती है।
(D) ट्रांजियेन्ट धारा प्रवाहित होती है
उत्तर A
120. डी. सी. मोटर के आर्मेचर द्वारा ली गयी धारा है
(A) Ev/Ra
(B) V/Ra
(C) V-Eb/Ra
(D) Eb-V/Ra
उत्तर C
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