1. डी०सी० मोटर की घूर्णन दिशा ज्ञात करने के लिए प्रयोग किया जाने वाला नियम है
(a) फ्लेमिंग का दायाँ-हस्त नियम
(b) कॉर्क-स्कू नियम
(c) फ्लेमिंग का बायाँ-हस्त नियम
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
2. डी०सी० मोटर में प्रेरित होने वाला विद्युत वाहक बल, आरोपित विद्युत वाहक बल के लिए
(a) सहायक होता है
(b) विरोधी करने वाला होता है
(c) न सहायक होता है ओर न विरोधी होता है
(d) आर्मेचर-धारा में वृद्धि करने वाला होता है
4. डी०सी० मोटर का स्टार्टिंग प्रतिरोध सामान्यतः
(a) उच्च होता है
(b) बहुत उच्च होता है
(c) लगभग 1000 ओह्म होता है
(d) लगभग 1 से 10 ओह्म होता है
5. यदि कोई डी०सी० शंट मोटर लोडरहित अवस्था में कार्यरत है और उसकी फील्ड-वाइण्डिग ओपन-सर्किट हो जाए तो क्या होगा? फील्ड-वाइण्डिग
(a) मोटर रुक जाएगी
(b) मोटर की आर्मेचर-वाइण्डिग जल जाएगी
(c) मोटर शोर पैदा करने लगेगी
(d) मोटर की घूर्णन गति उच्च हो जाएगी
6. यदि किसी डी०सी० मोटर के सप्लाई टर्मिनल्स को आपस में बदल दिया जाए तो क्या होगा?
(a) मोटर, डी०सी० जनित्र की भाँति कार्य करने लगेगी
(b) मोटर की घूर्णन दिशा परिवर्तित हो जाएगी
(c) मोटर की घूर्णन दिशा वही रहेगी
(d) मोटर जल जाएगी
7. डी०सी० मोटर के साथ प्रयुक्त स्टार्टर का मुख्य कार्य है
(a) फील्ड सर्किट प्रतिरोध को बढ़ाना
(b)स्टार्टिंग धारा को सीमित करना
(c) आर्मेचर प्रतिरोध को घटाना
(d) विरोधी विद्युत वाहक बल को घटाना
8. यदि किसी कार्यरत डी०सी० सीरीज मोटर की फील्ड-वाइण्डिग अचानक ओपन-सर्किट हो जाए तो क्या होगा?
(a) मोटर की घूर्णन गति बहुत बढ़ जाएगी
(b) मोटर रुक जाएगी
(c) मोटर की घूर्णन गति घट जाएगी
(d) मोटर की घूर्णन गति अप्रभावित रहेगी
9. किसी डी०सी० कम्पाउन्ड मोटर की विशेषताओं में बिना किसी परिवर्तन के उसकी घूर्णन दिशा परिवर्तित करने के लिए
(a) सीरीज-फील्ड वाइण्डिग के संयोजन परिवर्तित करें
(b) शंट-फील्ड वाइण्डिग के संयोजन परिवर्तित करें
(c) स्त्रोत टर्मिनल्स के संयोजन परिवर्तित करें
(d) आर्मेचर-वाइण्डिग के संयोजन परिवर्तित करें
10. 120 V पर कार्य करने वाली डी०सी० मोटर में विरोधी विद्युत वाहक बल का मान 110 V हो तो 0.5 ओह्य प्रतिरोध वाले आर्मेचर में कितनी धारा प्रवाहित होगी?
(a) 20A
(b) 240 A
(c) 50 A
(d) 220 A
11. किसी वैद्युतिक मोटर की 'नेम प्लेट' पर अंकित शक्ति होती है
(a) शाफ्ट पर उपलब्ध शक्ति
(b) मोटर द्वारा ली गई शक्ति
(c) इनपुट शक्ति
(d) कुल शक्ति
12. डी०सी० मोटर के आर्मेचर ड्रम को लेमिनेटेड बनाया जाता है जिससे कि
(a) हिस्टरेसिस क्षति का मान कम रहे
(b) एडी धारा क्षति का मान कम रहे
(c) आर्मेचर में इण्डक्टेन्स का मान कम रहे
(d) आर्मेचर का वजन कम हो जाए
13. डी०सी० सीरीज मोटर को बिना लोड लगाए स्टार्ट करने का प्रभाव होगा
(a) टॉर्क तीव्रता से बढ़ेगा
(b) घूर्णन गति तीव्रता से बढ़ेगी
(c) स्त्रोत से लिए गए धारा का मान तीव्रता से बढ़ेगा
(d) विरोधी विद्युत वाहक बल घटेगा
14. क्यूम्यूलेटिव कम्पाउन्ड डी०सी० मोटर में लोड बढ़ाने से
(a) घूर्णन गति बढ़ती है
(b) घूर्णन गति घटती है
(c) टॉर्क घटता है
(d) घूर्णन गति एवं टॉर्क दोनों बढ़ते हैं
15. डिफरेन्शियल कम्पाउन्ड डी०सी० मोटर की गति-लोड विशेषता,... के समान होती है।
(a) सीरीज मोटर
(b) शंट मोटर
(c) क्यूम्यूलेटिव कम्पाउन्ड मोटर
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
16. शियरिंग मशीन, पंच मशीन, प्रेस मशीन, एलीवेटर, कन्वेयर एवं रोलिंग मिल के लिए सर्वाधिक उपयोगी मोटर है
(a) सीरीज मोटर
(b) शंट मोटर
(c) क्यूम्यूलेटिव कम्पाउन्ड मोटर
(d) डिफरेन्शियल कम्पाउन्ड मोटर
17. 4-बिन्दु वाले स्टार्टर का प्रयोग मुख्यतः निम्न प्रकार की मोटर के साथ किया जाता है।
(a) सामान्य से अधिक घूर्णन गति नियन्त्रण युक्त सीरीज मोटर
(b)सामान्य से कम घूर्णन गति नियन्त्रण युक्त शंट
मोटर
(c)सामान्य से कम घूर्णन गति नियन्त्रण युक्त कम्पाउन्ड मोटर
(d) सामान्य से अधिक घूर्णन गति नियन्त्रण युक्त कम्पाउन्ड मोटर
18. किसी डी०सी० मोटर की घूर्णन गति को नियन्त्रित करने की विधि है
(a)प्रति पोल फ्लक्स को नियन्त्रित करना.
(b)आर्मेचर सर्किट का प्रतिरोध नियन्त्रित करना
(c)स्त्रोत वोल्टेज को नियन्त्रित करना
(d) उपरोक्त सभी
19. डी०सी० सीरीज मोटर में फील्ड डाइवर्टर प्रतिरोध प्रयोग करके मोटर की घूर्णन गति परिवर्तित की जा सकती है। यह गति परिवर्तन होता है
(a) सामान्य से अधिक गति के लिए
(b) सामान्य से कम गति के लिए
(c)सामान्य से अधिक एवं कम दोनों प्रकार की गति के लिए
(d) अनन्त गति परिवर्तन के लिए
उत्तर- 1c, 2b, 3a, 4d, 5d, 6c, 7b, 8b, 9d, 10a, 11a, 12b, 13b, 14b, 15d, 16c, 17d, 18d, 19a, 20c
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