(a) 0-25 V
(b) 0-100 V
(c) 0-250 V
(d) 0-500 V
2. एम०सी०बी० का पूर्ण रूप है
(a) मिनी सर्किट बल्ब
(b) मिनिएचर कैरियर ब्रेकर
(c) मिनिएचर सर्किट ब्रेकर
(d) मल्टी सर्किट ब्रेकर
3. 'लग' को केबल के समापक सिरे पर कसने के लिए …..प्रयोग किया जाता है।
(a) कॉम्बीनेशन प्लायर
(b) क्रिम्पिंग प्लायर
(c) नोज प्लायर
(d) निप्पर
4. यदि किसी केबल के समापक सिरे (टर्मिनल) की मोटाई, संयोजक (कनेक्टर) के छिद्र से अधिक है तो केबल को किस युक्ति के द्वारा संयोजक में कसना चाहिए?
(a) केबल के कुछ तारों को काटकर समापक सिरे को पतला करके
(b) 'लग' प्रयोग करके
(c) 'थिम्बल' प्रयोग करके
(d) 'फेरूल' प्रयोग करके
5. एम०जी० सेट के नियन्त्रक पट्ट में स्वचालित 'स्टार-डेल्टा' स्टार्टर प्रयोग किया गया है। इसमें कॉन्टैक्टर्स के अतिरिक्त कौन-सी अन्य युक्ति अति आवश्यक होती है?
(a) टाइमर
(c) पुश-बटन
(b) ट्रिपिंग रिले
(d) सूचक लैम्प
6. 'स्लीव' निर्माण के लिए प्रयोग किया जाने वाला पदार्थ है
(a) पी०वी०सी०
(b) एम्पायर क्लॉथ
(c) नायलॉन
(d) ये सभी
7. कई केबल्स को सटाकर स्थापित करने के लिए 'रेस-वे' प्रयोग की जाती है। 'रेस-वे' की अनुप्रस्थ-काट… . होती है।
(a) वृत्ताकार
(b) वर्गाकार
(c) आयताकार
(d) इनमें से कोई नहीं
8. केबल की लम्बाई बढ़ाने हेतु दो केबल टुकड़ों को उपयुक्त जोड़ विधि से जोड़ दिया जाता है। इसके अतिरिक्त कौन-सी अन्य विधि से दो केबल टुकड़ों को जोड़ा जाता है?
(a) स्लीव प्रयोग करके
(b) संयोजक (कनेक्टर) प्रयोग करके
(c) क्लिप प्रयोग करके
(d)
पी०वी०सी० टेप प्रयोग करके
9. विद्युत वितरण उप-केन्द्र के नियन्त्रक पट्ट में दिष्टकारी क्यों प्रयोग किया जाता है?
(a) सर्किट ब्रेकर के लिए डी०सी० तैयार करने हेतु
(b) ए०सी० मापक यन्त्रों को डी०सी० मापक यन्त्रों में परिवर्तित करने हेतु
(c) वोल्टता नियन्त्रक के प्रचालन हेतु
(d) बैटरी आवेशण, रिले प्रचालन तथा एल०ई०डी० हेतु
10. यदि कई पतले केबलों को एकसाथ स्थापित करना हो तो उपयुक्त विधि है
(a) केबलों को 'रेस-वे' में स्थापित करना
(b) केबलों को 'स्लीव' में स्थापित करना
(c) केबलों को पी०वी०सी० टेप से लपेट देना
(d) उपर्युक्त किसी भी विधि से स्थापित करना
11. शेपर, स्लॉटर आदि मशीनों में कटिंग टूल का एक दिशा में प्रचालन समाप्त हो जाने पर मोटर को 'ऑफ' करने तथा विपरीत दिशा में प्रचालित करने के लिए क्या युक्ति अपनाई जाती है?
(a) कॉन्टैक्टर
(b) लिमिट स्विच
(c) (a) व (b) दोनों
(d) टाइमर
12. किसी नियन्त्रक पट्ट में अतिभार (overload) स्थिति में विद्युत आपूर्ति को बन्द (shutdown) करने हेतु कौन-सी युक्ति प्रयोग की जाती है?
(a) टाइमर
(b) ट्रिपिंग रिले
(c) नो वोल्ट (NV) क्वॉयल
(d) करण्ट ट्रांसफॉर्मर
13. वाहनों के 'डैश बोर्ड' तथा वैद्युतिक मशीनों के नियन्त्रक पट्ट में समानता यह है कि
(a) दोनों को प्लास्टिक शीट पर बनाया जाता है
(b) दोनों में मापक एवं सूचक यन्त्र/युक्तियाँ स्थापित की जाती हैं
(c) दोनों में आई०सी०टी०पी० स्विच प्रयोग किए जाते हैं
(d) दोनों में उच्च वोल्टता उपस्थित रहती है
14. नियन्त्रक पट्टों में बल्ब/पायलट लैम्प/एल०ई०डी० का प्रयोग……के रूप में किया जाता है
(a) मापक यन्त्र
(b) सूचक युक्ति
(c) प्रकाश उत्पन्न करने वाली युक्ति
(d) गणक युक्ति
15. दस्ती औजारों के काष्ठ दस्ते में काष्ठ के फटाव को रोकने के लिए 'फेरूल' प्रयोग किया जाता है। वैद्युतिक केबल्स में पी०वी०सी० 'फेरूल' के लिए प्रयोग किया जाता है।
(a) तारों का बिखराव रोकने
(b) पी०वी०सी० कवच का फटाव रोकने
(c) सूती आवरण के सिरे को बिखरने से रोकने
(d) उपर्युक्त सभी
16. 12 V डी०सी० प्रचालित रिलेज नियन्त्रक पट्ट में प्रयोग की जाती है। नियन्त्रक पट्ट में इनके प्रचालन हेतु क्या व्यवस्था की जाती है?
(a) अपचायी ट्रांसफॉर्मर
(b) दिष्टकारी
(c) बैटरी
(d) उपर्युक्त सभी
17. आइसोलेटर
(a) एक 'ऑफ लोड' स्विचिंग युक्ति है
(b) सर्किट ब्रेकर के समान युक्ति है
(c)एक 'ऑन लोड' स्विचिंग युक्ति है.
(d) ऑसिलेशन्स उत्पन्न करने वाली युक्ति है
19. 'टाइमर' नामक युक्ति में समय विलम्ब उत्पन्न करने के लिए प्रमुख विधि (तकनीक) है
(a) थर्मिस्टर
(b) RC परिपथ
(c) विद्युत-चुम्बकीय परिपथ
(d) उपर्युक्त में से कोई एक .
20. सर्किट ब्रेकर आदि युक्तियों को नियन्त्रक पट्ट पर स्थापित करने के लिए सुविधाजनक युक्ति है
(a) डी०आई०एन० रेल प्रयोग करना
(b) नट-बोल्ट से नियन्त्रक पट्ट पर कसना
(c) सोल्डरिंग के द्वारा स्थापित करना
(d) वेल्डिंग के द्वारा स्थापित करना
उत्तर d, 2c, 3b, 4c, 5a, 6d, 7d, 8b, 9d, 10d, 11c, 12b, 13b, 14b, 15d, 16d, 17a, 18b, 19d, 20a
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